Skip to main content

माँ सब जानती है – A Hindi Poem on Mother

माँ सब जानती है – A Hindi Poem on Mother

maa sab jaanti hai hindi poem

She knows everything about you and loves you like crazy. She is your mother.

There is a creature on this planet who doesn’t care about herself, she only cares about others, especially, for her children. Do you know what we call that creature? We call her ‘Mother’ or ‘Maa’.

It’s very difficult to express a mother’s love in a few words. Her heart is full of love, forgiveness, kindness and a lot of care for you. Her prayers are the strongest thing in this world that always follows you to help and improve your life.

Her love knows no law – she protects you from every obstacle that stands in your path. No one worries about you like your mother, without her, you feel unsafe.

She is a teacher of love, fearlessness, and compassion. She always encourages you to be a good man/women.

Isn’t she?

She is a perfectionist, unselfish and a wonderful creature. Her love can’t be described in words. She knows everything about you.

In this Hindi poem, I’ve tried to present the amazing role that a mother plays in every person’s life. Her sacrifice and love for her children are unconditional.

माँ सब जानती है

-By Aryan poets

माँ सब जानती है,
तुझे खुद से भी ज्यादा पहचानती है,
लाख कोशिश कर तू छिपाने की,
तेरे हर सुख-दुख को वो जानती है |               …1

खुद जागकर तुझे सुलाती है,
खुद रोकर तुझे हंसाती है,
तन्हा रहती है खुद मगर,
तेरा साथ हमेशा निभाती है,
माँ सब जानती है |                                       …2

जब तुझे चोट लगे तो सिसकती है माँ,
जब तू गलती करे तो समझती है माँ,
तू ही तो है माँ का लाडला,
जब तेरी आँखे भीगे आंसुओं से,
तो अपना आँचल देती है माँ,
माँ सब जानती है |                                      …3

उसकी हर दुआ कबूल है,
वो तो ममता का एक फूल है,
शायद तभी भगवान से भी ऊपर आती है माँ,
एक सच्चा दोस्त कहलाती है माँ,
तुझे ना हो फुर्सत एक पल भी उसके लिए,
उसका हर पल हर लम्हा है तेरे लिए,
माँ सब जानती है |                                      …4

पर आज मैं दूर हूँ,
खुद से मजबूर हूँ,
उलझा हूँ ज़िन्दगी के सफर में,
चल रहा हूँ माँ तेरे सपनो की डगर पे,
चाहत है तुझे खुश रखने की,
मुझे पता है माँ तू सब जानती है |                     …5     (to be continued..)

If you love your mother, please share this poem. Dedicate it to your sister, wife, grandma, aunt or a friend who is a mother.

Please share if you like it.

You may also like-

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

गुरु पर कविता | Guru Poem in Hindi

Guru Poem in Hindi गुरु ज्ञान का पर्याय हैं. उसकी महिमा का क्या बखान करे ? जिसके जीवन में गुरु का आशीष नहीं उसका जीवन एक कड़वे फल की तरह हैं . गुरु का ज्ञान ही इंसान को इंसान बनाता हैं . सच्चा गुरु अपने शिष्य को व्यवहारिक जीवन से रूबरू कराता हैं . उसे हर मुश्किल का सामना कर जीवन को ख़ुशी से जीने का पाठ सिखाता हैं . गुरु का ज्ञान सदा ही शिष्य के साथ होता है, उनकी ताकत ज्ञान स्वरूप शिष्य के साथ प्रतिपल छाया के रूप में रहती हैं. जो सच्चा गुरु हैं उसे आदर पाने की लालसा नहीं होती, उनके सामने स्वतः ही शीष झुक जाता हैं . वैसे तो कई धर्म होते है तथा हर धर्म के लोगो की अलग अलग मान्यता होती है. जैसे हिन्दू मंदिर जाते है, सिख्क गुरुद्वारे जाते है, तो मुस्लिम लोग मज्जिद जाते है तथा क्रिशन लोग चर्च जाते है.  इन लोगो के अपने धर्मो के देवी देवताओ को पूजने का अलग तरीका भी होता है, परंतु फिर भी एक ऐसी चीज भी है, जिन्हे ये सब एक साथ मानते तथा पूजते है  “गुरु” . गुरु कोई भी हो सकता है एक संत महात्मा या कोई चर्च के फादर या कोई और एक साधारण से स्कूल कॉलेज मे पढाने वाला या वाली भी गुरु ही होते है. यह भी कहा ज

10+ पिता पर कविता – Poem on Father in Hindi

10+ पिता पर कविता – Poem on Father in Hindi Poem on Father in Hindi  : दोस्तों आज हमने  पिता पर कविता  पर लिखी है और कुछ बेहतरीन कविताओं का संग्रह किया है हमें कविताओं के माध्यम से एक पिता के जीवन का उल्लेख किया है ज्यादातर लोग मां के बारे में ही लिखते हैं लेकिन वह एक पिता के बारे में लिखना भूल जाते है. उसका अपने परिवार रिश्तेदारों और समाज के लिए जीवन भर के संघर्ष के बारे में कोई नहीं बताता है वह दुख और कठिनाइयों को सहकर भी हमें खुश रहता है  ऐसा सिर्फ एक पिता ही कर सकता है . उसका हृदय बहुत बड़ा होता है वह हर गलती को बड़ी ही सहजता से माफ कर देता है जिसके सर पर पिता का हाथ होता है उसे किसी प्रकार का डर नहीं होता है. (1) Jise Papa Kehte Hain Poem in Hindi हर घर में होता है वो इंसान जिसे हम पापा कहते है। सभी की खुशियों का ध्यान रखते हर किसी की इच्छा पूरी करते खुद गरीब और बच्चों को अमीर बनाते जिसे हम पापा कहते है। बड़ों की सेवा भाई-बहनों से लगाव पत्नी को प्यार, बच्चों को दुलार खोलते सभी ख्वाहिशों के द्वार जिसे हम पापा कहते है। बेटी की शादी, बेटों को मकान बहुओं की खुशियां, दामादो का मान कुछ